निर्मल जैन ‘नीर’ के हाइकु

            ---- निर्मल जैन 'नीर'           हाइकुअद्भुत रूप~माता ब्रह्मचारिणीशक्ति स्वरूप●तपश्चारिणी~हे!जगत कल्याणीब्रह्मचारिणी●प्रभु शरण~निर्जल निराहारशिव अर्पण●शक्तिधारिणी~त्याग तप वैराग्यसिद्धिधारिणी●तू सुख कर्ता~सकल जगत कीतू दुःख हर्ता●---------------------------निर्मल जैन 'नीर'ऋषभदेव/उदयपुरराजस्थान