कविआकाशअग्रवाल_लहार

*जय मेरे भोलेनाथ* 🌹🌹🌹🌹🌹 *मनहरण घनाक्षरी* 🌍🌍🌍🌍🌍🌍 *कवियों के कवित्व में; गीतों के मधु शोर में;* *साहित्य सांझ भोर में;* *बस्ती मातङ्गी मात!!* 🪔🚩🪔🚩🪔🚩🪔🚩🪔 *शब्दों को संयोजन दो; नाम को प्रयोजन दो;* *काम को सुशोभन दो;* *कामना पात पात!!* 💯🙏💯🙏💯🙏💯🙏💯 *कंठ को मां स्वर दो; तालु को मां वर दो;* *नभ को मां शरण दो;* … Continue reading कविआकाशअग्रवाल_लहार

श्याम कुँवर भारती

कबों उ पहरा मे भोला भंण्डारी तुहु |चढ़े बसहा सवारी खाली |रहल चाहेले बहरा मे |रहे ना कबों उ पहरा मे | खीर पूड़ी भोला तू खियावल चाहा |मखमल सेजिया तू सुतावल चाहा |भोला मगन बाड़े |ध्यान मे लगल बाड़े |कईसहू भोला के मनावल चाहा |बाबा मनवा के बुझी |केवनों उपईया ना सूझी |बुझिहे ना … Continue reading श्याम कुँवर भारती

श्याम कुँवर भारती

गीत – चले विवाह रचाने | शिव जी चले विवाह रचाने |गौरा जी वर माल पहनाने | संग बारात भूत प्रेतो की टोली चली |भालू बंदर नाग नाथ हमजोली चली |रूप डरावन दूल्हा लगे डराने |शिव जी चले विवाह रचाने | देख दूल्हा रूप मैना चिंतित हुई है |कैसा होगा विवाह डर किंचित हुई है … Continue reading श्याम कुँवर भारती

रमा बहेड

भजन भोले बाबा का हो रही जय जय कार ,भोले तेरे मंदिर में,भोले तेरे मंदिर मेंशंकर तेरे मंदिर में ,हो रही जय जयकार।।1।।अंग पे तेरे भस्मी सोहेगल सर्पों की माल,माथे पे तेरे चंदा सोहे,जटा में गंगा धार,भोले तेरे मंदिर में।।2 ।।झालर शंख नगाड़ा बाजेझांझर की झंकार,दूर-दूर से दर्शन करनेआये भक्त अपार ,भोले तेरे मंदिर में।।2।।तांडव … Continue reading रमा बहेड

अस्मिता प्रखर

🌹शिवशंकर डमरू वाले🌹 शिव-पार्वती के आज वर्षगांठ का वार है।मुरझाए हुए फूल- पत्ते भी खिल उठे आज हैं। महाशिवरात्रि का यह पावन पर्व आज है।समस्त सृष्टि के साज- श्रृंगार का दिन आज है। शिव की महिमा भी कितनी अपरंपार है।करते सब बिगड़े हुए मनोरथ काज हैं। भक्तों का अपने करते भवसागर पार हैं।दुःख- कष्टों का … Continue reading अस्मिता प्रखर

नीक राजपूत

शिव भोले बाबा तेरा रूप बड़ा निराला।ऊँचे कैलाश पर्वत पर बिराज ता।हाथ मे लिए त्रिशूल, और डमरू तू,शंकर बड़ा ही तांडव, करता बाबा।गलेमें आभूषण की बजाए तूने,नाग भाता जटा में गंगा बिराजे,मस्तक पर त्रिपुण्ड शोभता और,अपनी जटा को चंद्रमा से सजता।भाँग चिलम बड़ा भोगी है बाबा।तो कभी तू विषपान भी करता।अपने भक्तों का तू संकट, … Continue reading नीक राजपूत

भास्कर सिंह माणिक

मंच को नमनमहाशिवरात्रि पर्व की हार्दिक शुभकामनाएं। जय जय सोमनाथ जय रामेश्वर।जय जगन्नाथ जय लोधेश्वर।। बम बम बम बम बोला जिसने।मनवांछित फल पाया उसने।जो शरण में तेरी आ आया।हराया काल को भी उसने। जय अमरनाथ जय नागेश्वर।जय भूतनाथ जय गंगेश्वर।। श्रद्धा से जो पुष्प चढ़ाते।नित ही तेरा यश दुहराते।अमर दान उसको मिल जाता।जो मनसे चरण … Continue reading भास्कर सिंह माणिक

रुपेश कुमार

महाशिवरात्रि पर रचना जहाँ सारा दुनिया जिसकी शरण मे जहाँ सारा दुनिया जिसकी शरण मे ,नमन है उस भगवान शिव के चरण मे ,हम बने उस महाकाल के चरणों की धूल ,आओ हम - सब मिल कर चढ़ाये  उनके चरणों में श्रद्धा के फूल ! महाकाल की हमेशा बनी रहे मुझ पर छाया ,पलट दे … Continue reading रुपेश कुमार

राजेश पान्डेय वत्स

सौम्य सवेरा!मनहरण घनाक्षरी🌞🙏🏻🌞🙏🏻🌞🙏🏻🌞महाशिवरात्रि आज,पूरब के सरताज,शिव-शिव राग छेड़े,नीले आसमान में! श्रद्धा भक्ति कर लेना,शिव-शीश आप देना,एक लोटा स्वच्छ पानी ,शिव के सम्मान में! दीन दुखी खाना आप, देना और छोड़े छाप,पावन है पुण्य कार्य,मानव की शान में! वत्स बोल दुधमुँहे, शुभ भोर सब कहें,राम कृष्ण शिव-शक्ति,गूँजे हिन्दुस्तान में! --राजेश पान्डेय वत्स! छग©VJTM436545IN🕊️🐍🕊️🐍🕊️🐍🕊️🐍🕊️पावन महाशिवरात्रि की शुभकामनाएँ!!

डॉ सुबाष चंद्र

🔱✒️🙏मंच नमन 🙏✒️🔱🔱महाशिवरात्रि 🔱दिनांक - 11/03/2021 उसका तो ढंग निराला हैबाबा मेरा भोला भाला हैसर पर धारण की है गंगागले में नाच रहे हैं भुजंगामाथे पर शोभित है चंदावनों में घूमे, मस्त मलंगापी लिया विष का प्याला हैबाबा मेरा भोला भाला है…पर्वत पर डाला है डेराभूतों के संग करता बसेराभस्म लगाए, वो धूनी रमाएश्मशानों में … Continue reading डॉ सुबाष चंद्र