केवरा यदु “मीरा “

विषय- बसो मेरे नैनन में नंदलाल बसो मेरे नैनन में नंदलालमोहनी मूरत सांवरिया कीनैना कटीले कमाल ।बसो मेरे नैनन में नंदलाल। तेरी मुरलिया पे बलि बलि जाऊँरज बन चरणों में बस जाऊँ ।मेरे मन मोहन गोपाल।बसो मेरे नैनन में नंदलाल। छम छम बाजत पग पायलियाचैन चुराये तेरी बाँसुरिया ।तेरी टेढ़ी मेढ़ी चाल चाल ।बसो मेरे … Continue reading केवरा यदु “मीरा “

कान्हा हरे मुरारी

दिग्पाल छंद 221 2122221 2122 कान्हा हरे मुरारी,राधा करे पुकारी।लाचार हो गुहारी,देखूँ छवि तिहारी। छोड़ो हरी बुलाना,जाओ मुझे भुलाना।प्रीती बड़ी दुखारी।भाती तुझे सखारी। राहे सदा निहारी,आओ पिया बिहारी।सूनी पड़ी अटारी,राधे रही विचारी। आके गले लगाओ,प्यारे नेह जगाओ।चाहे पड़े मनाना,बैरी हुआ जमाना। नीलम व्यास' स्वयमसिद्धा'

माधव मन मोह लिया मेरा

गगनांगना छंद गीत माधव मन मोह लिया मेरा,दासी आपकी।राधिका निसि दिन मोहन नाम ,महिमा जाप कीकोमलांगी प्रियतमा लागे, रानी रात की।सुनयनी भोली इतनी हरे ,पापी पातकी। अनुपम लाडली जुगल किशोर ,जोड़ी पावनी।माधुरी नव रस भरी गौरी,मोहे भावनी।महारास में मिलन हो गया ,तन मन सावनी।किशोरी वृष भानुजा प्यारी,मिलने आवनी। आओ प्रीत हिंडोला झूले,गाती रागनी।फूलों भरी डाली … Continue reading माधव मन मोह लिया मेरा

आय मेरे श्याम

◆◆◆ नीलम व्यास ◆◆◆आय मेरे श्याम,बाजे बाँसुरी।देख नैना प्राण,मोहे माधुरी। प्रीत तेरी भाय,गाओ रागिनीगीत मीठे गाय,बीती यामिनी। आप मेटो त्रास,बोलो कामना।जान पाओ आसबाँहें थामना। पाय तेरा धाम,आया चैन जी।लेय तोरा नाम,बीते रैन भी। मोहना राधाय,प्रीती पालना।प्राण केआधार,जोड़ो भावना। नीलम व्यास

श्याम के रंग

■ अनिल कुमार राठौर सृजन ■सदा मनन करुं  तेरी मै,तेरे चरणों पर शीश झुकाऊंआशीष मिले सदा मुझे तेरा,सदा भक्ति  कर पाऊ  मैं,निहाल हो जीवन मे। बन गयी श्याम की जोगन मैं,श्याम के रंग में,  रंग गई,मै,रोम रोम  में  बसे हैं श्याम मेरे, मैं  श्याम के रंग में हुई  बावरीहे गिरधारी ,केशव मुरलीधर,श्याम मुरारी, हो गई … Continue reading श्याम के रंग

हे कान्हा तुम कहाँ हो

●●● नरेश मलिक ●●●हे कान्हा, तुम कहाँ हो,ढूंढती है, तुमको दर-दर,तुम्हारी अपनी प्रेयसी राधा| क्या भूल गए निर्मोही,किया अपना हर वादा| सूखे अधर, पथराई अँखियाँ,विरह में तुम्हारे बितायी,ना जाने कितनी रतियाँ,अब तो आओ कान्हा,ह्रदय की पीड़ा, मिटाओ कान्हा| जब भी याद आती हैं,उपवन की मीठी बतियाँ,वो बांसुरी की तान,वो गौओं की रम्भाईयां,मन डूब जाये मेरा,डस … Continue reading हे कान्हा तुम कहाँ हो

कान्हा तेरी शरण सुहाती

◆◆◆नीलम व्यास◆◆◆कान्हा तेरी शरण सुहाती।राधे आई चरण दबातीवंशी मीठी सुन कर मानी।प्यारी राधे अजब दिवानी। मीरा गाती दरस बुलाती।तेरी दासी सपन सजाती।वीणा बाजे मनहर प्यारे ।मीरा नाचे हरसत न्यारे। प्रीति मेरी गिरधर पाओ।मीरा रोये नटवर आओ।तेरी दासी अब बनवारी।कान्हा लेलो सुध मनहारी। आई दौड़ी नटखट देखो।मीरा भोली अवगुण लेखों।प्यासे नैन मधुकर  बिहारी।तारो मोहे विनय तिहारी।। … Continue reading कान्हा तेरी शरण सुहाती

कान्हा की प्रीत को राधिका,,,,

◆◆◆नीलम व्यास◆◆◆कान्हा की प्रीत को राधिका,हर पल बहुत मचलती है।पूर्व जन्म का गहरा प्रेम,देख सूरत पिघलती है। कान्हा की प्रीत को राधिका,,,, कभी न दिखे मोहन घबरात,मन उदासी दिखाती है।देखत भोला मुखड़ा लजात,मन्द मन्द मुस्काती है। कान्हा की प्रीत को राधिका,,,, जुगल जोड़ी रूप अनूप  है,सबके  नैन  सुहाती है।चम चम चमके गौरी राधे,मोहन बहुत  लुभाती … Continue reading कान्हा की प्रीत को राधिका,,,,

साँवले सलोने श्याम

●●●नीलम व्यास●●●साँवले सलोने श्याम,नव निधि सुख धाम,राधे संग है शोभते ,सब गुण गाइए। नीलवर्णी पट सजे,उर गलमाल रुचे,मुरली अधर धरे,नित दर्शन पाइए। गुलाबी हरी पोशाक,पीत मोती माला साज,कटि कंदोरा शोभते,पद शरण जाइए। जुगल जोड़ी अनूप,मन भाता दिव्य रूप,हृदय बसी मूरत ,नैनन बसाइये। स्वरचितनीलम व्यास

हे गिरधारी

                      --- केवरा यदु "मीरा "हे मनमोहन  हे गिरधारी।आई हूँ मैं शरण तिहारी। दीनन के हो दुःख हरैया।हे नंदलाला कृष्ण कन्हैया। ब्रज बाला की नींद उड़ाते।बंशी आधी रात बजाते।। गोवर्धन पूजा करवाते।गिरिवर को तुम आज उठाते।। माखन चोरी कर के खाते।माखन चोर तभी कहलाते।। जय गोविंदा जय गोपाला।तुम ही हो संतन प्रतिपाला।। यशुमति लाला नंद … Continue reading हे गिरधारी