#शैलेन्द्रसिंहशैली

--- #शैलेन्द्रसिंहशैली मुक्तक के बारे में मुक्तक एक सामान मात्राभार और समान लय (या समान बहर) वाले चार पदों की रचना है जिसका पहला , दूसरा और चौथा पद तुकान्त तथा तीसरा पद अतुकान्त होता है और जिसकी अभिव्यक्ति का केंद्र अंतिम दो पंक्तियों में होता है ! मुक्तक के लक्षणसमग्रतः मुक्तक के लक्षण निम्न … Continue reading #शैलेन्द्रसिंहशैली

कुण्डलिया

✅ प्रस्तुति:-शैलेन्द्र सिंह शैली ✅"कुण्डलिया सृजन हेतु सामान्य नियम"--------------------------------------------कुण्डलिया छंद 6 पंक्तियों में लिखी जाती है । प्रथम दो पंक्तियों में दोहा और शेष चार पंक्तियों में रोला होता है । इस छंद में दोहे के चतुर्थ चरण की पुनरावृति , कुण्डलिया की तीसरी पंक्ति में की जाती है । इस प्रकार कुण्डलिया की प्रत्येक … Continue reading कुण्डलिया

विधा परिचय-सायली छंद,धार छंद

प्रस्तुति: शैलेन्द्र सिंह शैलीविधा : सायलीशैली : गद्यविधान : पाँच पंक्तियों में इसे लिखा जाता है, जिसमे क्रमशः1-प्रथम2 द्वितीय3 तृतीय2 चतुर्थ1 पंचम शब्द लिखे जाते है । *कविता भावयुक्त हो*एक नयी काव्य विधा "सायली" के बारे में. .. सायली एक पाँच पंक्तियों और नौ शब्दों वाली कविता है | मराठी कवि विशाल इंगळे ने इस … Continue reading विधा परिचय-सायली छंद,धार छंद