दीपावली के अनुभूति

★★ धनेश्वर देवांगन  *"ऋषि"*★★दीपावली की दूसरें रोज,मित्र घर मिठाई देने गया |घर के बाहर नव वाक्य से,मातृसदन  लिखा  पाया ||मैनें मित्र से माताजी के,कैसे हैं,के हालचाल पूछा |उनके चेहरे पर हवाई उड़ा,उसको जीभर रोना आया ||मातृसदन में माता नहीं है,पूरा  सदन  विलाप रहा |कुछ दिन बाद  शहर  में,माता को वृद्धाश्रम में पाया || रचनाकार :--- … Continue reading दीपावली के अनुभूति

दीप का महत्व

◆◆◆रमा बहेड◆◆◆सकारात्मकता का होता वास,जहां होता दीप का प्रकाश,दीपक करता तम का नाश,जगाता मन में नया विश्वास,आओ खुशियों के दीप जलाए,अपने पराए का भेद मिटाए,जीवन में जब अंधकार छा जाए,मन में आशा के दीप जलाएं,अंधकार मिटाता दीपक हमको यह सिखलाता   है,असफलता को बाधा ना मानो ,आगे बढ़ते जाना है,कर परिश्रम अपनी क्षमता के बल ,सफलता … Continue reading दीप का महत्व

दिवाली

◆◆◆संजय बागड़ी पेन्टर◆◆◆आई दिवाली देखो अब, प्रेम के दीप सजायें हम।फूलझड़ी और पटाखें कम से कम, जलायें हम।।थोड़ा सा मनोरंजन ये, पर्यावण का नुकसान भारी।दुनिया में खत्म हो रही,  प्राणवायु ये अब हमारी।।खतरनाक इस अब दोर में, कोरोना की मुसीबत भारी।जिससे तबाह हो रही देखो ये दुनिया सारी।।उसका भी अब रखें ध्यान, जो अस्पताल में … Continue reading दिवाली

हर दिन

◆◆राजकुमार अरोड़ा गाइड◆◆माता पिता का संग  है,तो  हरदिन  धनतेरस।अर्धांगिनी का संग है,तो हरदिन  रूप चौदस।।बच्चे संग  हैं तो हरदिन दीपावली का आभास।परिवार पूरा संग है तो हरदिन अन्नकुट का वास।।भाई बहन में है प्यार स्नेह तो हर  दिन भैया दूज।काश! हर घर में हो ऐसे,तो लगे मन्दिर जैसी गूंज।।-राजकुमार अरोड़ा गाइडकवि,लेखक व स्वतंत्र पत्रकारसेक्टर 2,बहादुरगढ़(हरियाणा)मो०9034365672

आओ मिलकर दिवाली मनाये

◆◆◆वर्षा कुलदीप प्रभुगांवकर◆◆◆दिल में श्रद्धा का दीपक जलायेमन को निर्मल ध्यान में लीनप्रकृति से बांध कर अटूट नाताखुशनुमा जिंदगी हम बनायेआओ मिलकर दिवाली मनाये श्रीकृष्ण ने किया वध नरकासूर काहम भी अपने अहंकार और दुर्गुण मिटायेलेकर सबको अपने साथएकता और समता का मार्ग बनाएआओ मिलकर दिवाली मनाये वर्षा कुलदीप प्रभुगांवकरकुंकली गोवा

दीवाली

●●●संजय बागड़ी पेन्टर●●●आई दिवाली देखो अब, प्रेम के दीप सजायें हम।फूलझड़ी और पटाखें कम से कम, जलायें हम।।थोड़ा सा मनोरंजन ये, पर्यावण का नुकसान भारी।दुनिया में खत्म हो रही,  प्राणवायु ये अब हमारी।।खतरनाक इस अब दोर में, कोरोना की मुसीबत भारी।जिससे तबाह हो रही देखो ये दुनिया सारी।।उसका भी अब रखें ध्यान, जो अस्पताल में … Continue reading दीवाली

वो दीवाली कब आयेगी

                 ---- एल. एस.तोमरउजाला दिलों में जो फैलायेगी।       दिये प्यार के जलायेगी।       वो दीवाली कब आएगी।। जब किसी को कोई ना सताएगा।आंसु  किसी आंख  में ना आएगा। दुनियां दिये दर दर दोहरायेगी।// वो  दीवाली कब आयेगी। अपराधों के अंधेरे ना मन मानी होगी।भ्रष्टाचार, रिश्वत खोरी, ना बेमानी होगी। राम राज्य का जो अभिषेक करायेगी।// … Continue reading वो दीवाली कब आयेगी

माटी का दीया

                       ---आलोक कुमार यादवमैं माटी का दीया देखोरंग अनेक मैं हूँ पाता।खुद में जलता रहता हूँअँधकार को दूर भगाता।। दिवाली का पर्व जब आताघर-घर में मुझको लाते हैं।घर का करके साफ सफाई  माटी का दीप जलाते हैं।। रंग- बिरंगा रूप मैं पाकरतनिक नहीं इतराता हूँ।अँधकार को दूर भगा करफिर मिट्टी में मिल जाता हूँ।। मुझे … Continue reading माटी का दीया

दीपावली

                  --- डॉ सुनील कुमार परीटखुशी से सब झूमो गाओ यारोंआया दीपावली त्योहार आयादीपों से चमकेगा का सारा संसारसाथ में खुशियों का बहार लाया ।। अज्ञान रूपी तिमिर को हटाया हैअंधकार पर विजय पाया हैचहु ओर खुशियां ही खुशियां हैंअब न कहीं गम का साया है ।। दीपों की कतार देखकर अबमन प्रफुल्लित हो उठा … Continue reading दीपावली