पिता

★★★ केवरा यदु "मीरा " ★★★अभावों में जिये पिता, कुछ न बताये पिता,सबको हँसाये पिता, देव के समान है।। तन को तपाये पिता,दर्द को छुपाये पिता।अपनों को खुशियाँ दे, जग में महान है ।। बेटी की बिदाई पर,रोये वो तड़प कर।कैसे दूर करूँ तुझे, बेटी मेरी जान है।। माँ की वो बिंदिया है,पिता से ही … Continue reading पिता

प्यारे पिताजी

        ----- आलोक कुमार यादवपापा मेरे बहुत थे प्यारेसारे जग से वो थे न्यारे।आदर्श शिक्षक कहलाते थेबच्चों को खूब बहलाते थे।।पापा हर फ़र्ज निभाते थेमुंशी जी सभी बुलाते थे।हम सब की खुशी के लिएहर पल आतुर रहते थे।। आप की याद बहुत सताती हैमुझको   बहुत   रूलाती   है।आपसे   अच्छा  कोई   नहींआप  सा   सच्चा कोई   नहीं।। आप … Continue reading प्यारे पिताजी

पिता

            --- भास्कर सिंह माणिकआकाश की तरह विशाल हृदय होता है पिता काहमेशा ममता भाव ह्रदय में रहता है पिता कापहाड़ जैसा कठोर मोम जैसा मुलायमबरगद की तरह साया रहता है पिता का दिल से निस्वार्थ मिलता प्यार पिता काहर परिस्थिति में मिलता दुलार पिता काअपनी जां तक कर देता है हंसकर बलिदानकभी न भूलना … Continue reading पिता

मेरे पिता

                 ----- सविता मिश्रामेरी साहस, मेरी इज्जत, मेरा स्वाभिमान है मेरा पिता lमेरे लिए तो मेरा भगवान है मेरा पिता l1l मैं उसकी पुत्री हूँ मेरा यह भाग्य है lवो मेरा पिता है यह मेरा सौभाग्य है l2l मेरे जीवन रुपी बगिया में दो महकते  गुलाब है lमेरा पिता उसमे से एक महकता गुलाब है … Continue reading मेरे पिता