नीलम व्यास ‘स्वयमसिद्धा’

श्री राम चालीसादोहे श्री राम नाम तार दे ,सुमिरन आठो याम।नित ,प्रभु जी गुण गान से ,बन जाय सकल काम। दरस हो सिया राम जी ,मेटो विषय विकार।भगत वत्सल दया करो,सुन के दीन पुकार। श्री राम जी दया निधान हैं।जगत के पालनहार वो है।अपरिमित ओज तेजस्वी है।कृपालु करुणामय उदार है। जय जय हो भगतन हितकारी।मर्यादा … Continue reading नीलम व्यास ‘स्वयमसिद्धा’

नीलम व्यास

जय श्री राम सत्य ,अद्भुत ,अविश्वसनीय राम।अकल्पनीय चरित्र के धनी राम।अधर्म पर धर्म स्थापित करे राम।रोम रोम में ,घट घट में बसे राम। लेखनी सफल करते है राम।अन्तस् में भक्ति भरते राम।लोकनायक प्रभुजी श्री राम।जनमानस कल्याणी है राम। अनीति पर नीति लाते राम।अलौकिक पावन मेरे राम।खरदूषण ,त्रिसरा सँहारे राम।मारीच ,सुबाहु हराये है राम। सुग्रीव को … Continue reading नीलम व्यास

मोहे डर लागे राम

✅सुषमा मोहन पांडेय ✅मेरी छोटी सी है नावतेरे जादू भरे पाँवमोहे डर लागे राम,कैसे बिठाऊँ तुम्हें नाव में जब पाहन से बन गयी नारी।ये तो काठे की नाव हमारी।मेरा बड़ा घरबार, मैं तो पालूं परिवार,ओ मेरे सरकार,कैसे बिठाऊँ तुम्हें नाव मेंमेरी काठे की है नाव... .. ......मुझे डर लागे राम,कैसे बिठाऊँ तुम्हें नाव में। मेरी … Continue reading मोहे डर लागे राम

भगवान श्रीराम

【अनिल कुमार राठौर सृजन】मर्यादा के  मूर्ति  हो  तुम ,जो पुरषोत्तम कहलाते हो ,माता-पिता के आदर्श बने,भाईयों में भी आदर्श बने,एकल पत्नी धर्म निभाया,और सखो से सच्चा मित्रवत निभाया,गुरु और संतों की खूब सेवा किया आप ने,माता-पिता का सदा वचन निभाया,संहारक बने आप सदा दुष्टों का,नारायण नर बनकर आए इस जहान में,माया दिखाई आप ने अपनी … Continue reading भगवान श्रीराम

नाम लो तुम राम का

◆◆◆नीलम व्यास◆◆◆जग जाइए भव पार हो अब,नाम लो तुम राम का।तब पाइए सत रोशनी तुम,जान लो पत राम का। जब शाम का  सुरगीत गूँजत,चाहती मन राम का।तब प्रीत  की मधु कामिनी रत,पूजती पद राम का। नीलम व्यास

जय श्री राम

               ------भास्कर सिंह माणिकआओ हम भगवान राम कायश गान सुनाएं।रामायण रामचरित काहम नित्य पाठ कराएं।।राक्षसों का वध करमर्यादा का पालन  खिलाया।आने वाली पीढ़ी को हमसीताराम का चरित्र बताएं।। जिसके नाम मात्र सेसारे संकट कट जाती हैं।भय निराशा अकर्मण्यता केबंधन टूट जाते हैं।।राम सीताराम भक्ति काबच्चों को मंत्र समझाएं।स्वयं राम राम सीताराम भजभवसागर से तर जाएं।। … Continue reading जय श्री राम

श्री राम

                    ---- नीलम व्याससत्य ,अद्भुत ,अविश्वसनीय राम।अकल्पनीय चरित्र के धनी राम।अधर्म पर धर्म स्थापित करे राम।रोम रोम में ,घट घट में बसे राम। लेखनी सफल करते है राम।अन्तस् में भक्ति भरते राम।लोकनायक प्रभुजी श्री राम।जनमानस कल्याणी है राम। अनीति पर नीति लाते राम।अलौकिक पावन मेरे राम।खरदूषण ,त्रिसरा सँहारे राम।मारीच ,सुबाहु हराये है राम। सुग्रीव को … Continue reading श्री राम