भैया दूज

                   —– अन्नपूर्णा मालवीय
बहना कहती भैया से है,
इस दिन तुम जरूर आना।
कार्तिक शुक्ल पक्ष द्वितीय को,
भैया दूज जरूर मनाना।

इसी दिन बहने व्रत को रखकर,
पूजा और अर्चन भी करती।
कथा आदि करके भाई की,
लंबी आयु समृद्धि करती।।

वैभव और धन धान्य से पूरित,
भरा  रहे  भंडार  तेरा।
जीवन खुशियों से भरा रहे,
भव बाधा हो दूर तेरा।

रोली हल्दी अक्षत लेकर,
करती है तिलक भाई को अपने।
भाई हमारा स्वस्थ चित् हो।
यही कामना है प्रभु से।।

और कामना तुमसे भैया ,
रक्षा करना बहना की तुम।
कार्तिक पक्ष द्वितीय तिथि को,
भैया दूज मनाना तुम।।

बहना कहती भैया से,
इस दिन तुम आना जरूर।।

कवियत्री लेखिका साहित्यकार शिक्षिका अन्नपूर्णा मालवीय (सुभाषिनी )
संस्कृत प्रवक्ता गौरी पाठशाला इंटर कॉलेज प्रयागराज
Note:-यह रचना मौलिक एवं अप्रकाशित है।

Leave a comment