माँ का श्रृंगार

               —— नीलम व्यास
म्हारी मात भवानी आओ,
भक्ता न अबै दरस दिखाओ।

म्हारी सजल सकल माता ओ,
भक्ता  रा  जीव आ     सुधारो।

म्हारी मात भवानी आओ,,,,

लाल लाल चुनरी  ओढ़ावो,
नवलख हार टीक पहनाओ।

म्हारी मात भवानी आओ,,,,

चूड़ियां लाल माँ पहनाओ,
सोलह सिंगार नव सजाओ

म्हारी मात भवानी आओ,,,,

धूप दीप  , आरतियां गाओ,
हलवा पूरी भोग लगाओ  ।

म्हारी मात भवानी आओ,,,,

चमचम चुंदड़ी लाल लाओ।
मेहंदी मौली   मन्डाओ।।

म्हारी मात भवानी आओ,,,,

थाने अरज  बारम्बार ओ,
मैया जै कार  आपरी ओ ।

म्हारी मात भवानी आओ,,,,,

थारी  नीलम नै थ पुकारो,
मोतिया थाल थने पुरावो।

म्हारी मात भवानी आओ,,,

स्वरचित
श्रीमती नीलम व्यास

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