दशहरा

               —– नीलम व्यास
(गीतिका छंद)
दशहरा पर्व  सच्चे मन से सब मना लीजिये।
सत की असत पर होती  विजय पर गर्व कीजिये।
कलयुग में पाप करम से अनर्थ बहुत हो रहा।
रामजी के पथ चलने से संकट कम हो रहा।
■■■■■■■■■■■
(सोरठा छंद)
राम रावण हराय।
राम राज्यम आ गया,
जग सकल सुख भराय।
दशहरा पर्व  भा गया,

(चौपाई छंद)
राम लखनन सिया   मैया की ,
सजी धजी सुंदर नव झाँकी।

–नीलम व्यास
जोधपुर

Leave a comment