महापर्व दीपोत्सव/दीपावली

                 ---- राजेश्वरी राठौर गुंजनपांच दिवसीय महापर्व है दीपावली,कार्तिक माह की कृष्ण पक्ष में,आती है सदा दीपावली,रोशनी का त्यौहार होती है दीपावली,दीपावली त्यौहारों की रानी होती है,लिपाई पोताई खूब करते  हम ‌ सभी ,दीये और बिजलियों से हम खूब सजाते,घरों , दुकानों और भवनों को हम अपने,धनतेरस से प्रारंभ होता और भाई-दूज पर अंत,धनतेरस के … Continue reading महापर्व दीपोत्सव/दीपावली

छोटी दीवाली

                 ---- ओम प्रकाश खरेछोटी दीपावली तिथि,है मांगलिकमहान ।जनमें श्री वज्रांगी,महावीर हनुमान।। हनुमत् जन्म मनाइये,करविधिवत् श्रृंगार।घृत के दीप जलाइये,पवनपुत्र अवतार।। रामदूत प्राकट्य का,अनुपम हैसंयोग ।रूप चतुर्दशी के दिवस,प्रकटे शुभ- शुभ योग।। जन-जन की रक्षा करें,बजरंगी बलवान।संकट सभी निवारते,हनुमतकृपानिधान।। हनुमत के उर में बसें, हर पल सीता राम ।संकट सभी निवारते,संकट मोचकनाम ।। *******************ओम प्रकाश खरे … Continue reading छोटी दीवाली

दीपावली

               ---- शिवशंकर लोध राजपूतहमारा भारत देशहै कई त्यौहारो कर देशदीपावली हिन्दुओं काहै पवित्र त्यौहारचौदह वर्ष का वनवास काटकरमर्यादापुरुषोत्तम श्री राम लौटे इस दिनअपने जन्मभूमि अयोध्या धामअत्याचारी लंकापति रावण का अंत करकेअयोध्या नगर वासियों ने इस ख़ुशी मेदीपामहोत्सव मनाया था आजतब से दीपावली की परम्परामनती चली आ रही है अब तकइस दिन माँ लक्ष्मी व … Continue reading दीपावली

ये कैसी दीवाली है ?

---- जय भारद्वाज 'तरावड़ीरंग  बिगड़ा  बदरंग हुआ चेहरे से गायब लाली  है,ग़र  दीपक  में  है तेल ख़त्म फिर  ये कैसी दीवाली है ? सच  कहने की  आदत  हमने तोबचपन से पाली है ,कल दे  सकता  है गाली  जिस नेनहीं बजायी ताली है ! प्यार  मुहब्बत  का  दावा  कर यूँ ही न फुसला मुझको,हर वादा  तेरा  झूठा है  नकली … Continue reading ये कैसी दीवाली है ?

दीपावली

                     --- नीलम व्यासचम चम रूप होता,गौरा अंग मोह लेता,राधे वृष भानु लाली,कान्हा जी की प्रिया है। बरसाने की गूजरी,जमुना किनारे आती,जल भर गगरी को,कान्हा ने ही फोड़ी है। दिवाली लक्ष्मी जी पूजो,गणेश जी संग भजो,दीपों की कतारें सजीकान्हा रंग रँगी  है।। दीप जले दिवाली के,घर घर मिठाई है,राधे प्रेम ज्योत बनी,कान्हा संग जले है। … Continue reading दीपावली

दीप जलाएं

                ---- भास्कर सिंह माणिकआओ मिलकर हम सबऐसे दीप जलाएं।कोने- कोने इस धरती केज्योतिर्मय हो जाएं।। अधरों पर मुस्कान रहेन हो गम की कोई छायामिट जाए अंतस का तममन निर्मल हो जाएचंदन सी बन गंधविश्व को करें सुगंधितमस्जिद मंदिर जैसाहृदय पावन हो जाए ऊंच-नीच का भाव रहे नमिलकर कदम बढ़ाए।आओ मिलकर हम सबऐसे दीप जलाएं।। … Continue reading दीप जलाएं

लक्ष्मी पूजा

                   ---- अनिल कुमार राठौरपांच दिवसीय महापर्व है दीपावली,कार्तिक माह की कृष्ण पक्ष में,आती है सदा दीपावली,रोशनी का त्यौहार होती है दीपावली,दीपावली त्यौहारों की रानी होती है,लिपाई पोताई खूब करते  हम ‌ सभी ,दीये और बिजलियों से हम खूब सजाते,घरों , दुकानों और भवनों को हम अपने,धनतेरस से प्रारंभ होता और भाई-दूज पर अंत,धनतेरस के … Continue reading लक्ष्मी पूजा

दीपों का त्यौहार है

                ----- राजेश पान्डेय वत्सअम्बर में रवि के आशीष भरे दोंनों हाथ,वसुंधरा झूम उठी*झूमती बहार है!* शोर दीपमालिका के भोर भी आनन्द भरी,धरा दिखीं हरिप्रिया*दीपों का त्यौहार है!* शरद के शीत नहीं आसमान मेघ भरे,उषा हाथ खाली नहीं*भरे उपहार है!* जगमग ज्योति वत्स शुभ भोर-रात मिला,अवध में राम आये*खुशियाँ अपार है!* (2)कार्तिक महीना खास, गंदगी … Continue reading दीपों का त्यौहार है

मिट्टी का दीपक ले आना

----- डॉ सुबास चन्द्र,मिट्टी का दीपक ले आनाघर-आँगन में ज्योति जलाना,उसमें सरसों तेल डालकरबाती रूई  की ही बनाना  । पर्यावरण सुरक्षित होगाशीत ऋतु का स्वागत करना,किट-पतंगे मर जायेंगेघर-घर में जब दीप जलेंगे  । संस्कृति का संरक्षण होगाआँगन में रंगोली सजेगी,घरौदा में कुल्हिया भर करखील बताशे बाँट के खाना  । रोली से स्वास्तिक लिख लेनाद्वारे पर … Continue reading मिट्टी का दीपक ले आना