(हास्य रचना)करवा चौथ

                 —- अनिल अनुराग
लड़कियाॅं भी अब खूब करवा चौथ मना रही हैं।
हैं कुॅंवारी मगर खुद को सुहागन दिखा रही हैं।

बाबू, सोना, जानू, जानेमन तक तो ठीक था,
किन्तु आज वो कई लड़कों को पति बता रही हैं।

ये जमाना भी देखो गजब आ गया है यारों,
औरतों का व्रत जो उसे लड़कियाॅं उठा रही हैं।

साल भर जिनकी चप्पलों से होती है कुटाई,
आज उन सभी की पत्नियाॅं फूल बरसा रही हैं।

करवा चौथ व्रत बढ़ाता है पतियों की आयु को,
कुछ लड़कियाॅं तो इसे भी व्यापार बना रही हैं।

सोच जरा अनुराग अपनी वाली के बारे में,
वो भी किसी और की उम्र तो नही बढ़ा रही हैं।

✍️ अनिल कुमार यादव “अनुराग”
ग्राम – संभावा तहसील – गौरीगंज
जनपद – अमेठी (उ०प्र०)

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