दीपावली

                  — डॉ सुनील कुमार परीट
खुशी से सब झूमो गाओ यारों
आया दीपावली त्योहार आया
दीपों से चमकेगा का सारा संसार
साथ में खुशियों का बहार लाया ।।

अज्ञान रूपी तिमिर को हटाया है
अंधकार पर विजय पाया है
चहु ओर खुशियां ही खुशियां हैं
अब न कहीं गम का साया है ।।

दीपों की कतार देखकर अब
मन प्रफुल्लित हो उठा है यारों
हंसते रहो कदम कदम पर सदा
जीवन में प्रकाश पर्व हो यारों ।।

दीपावली पर्व है सबसे महान
एक हो जाते हैं सब घर परिवार
मन आंगन अब पूरा सजेगा
रिश्ते कलह का यह है परिहार ।।

दीपावली अनोखा त्योहार है
ये अपनों को पास ले आता है
लक्ष्मीपूजा से सुख समृद्धि आती है
भगवान सबके कष्ट हर लेता है ।।

*डॉ सुनील कुमार परीट*
बेलगांव कर्नाटक
वरिष्ठ हिंदी अध्यापक
अध्यक्ष ज्ञानोदय साहित्य संस्था कर्नाटक
मो 8867417505

स्वरचित मौलिक रचना सर्वाधिकार सुरक्षित

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