नीलम व्यास

मेरी बात पर वो तेरा खुल कर मुस्करा देना।
यू लगा अल्फाज़ो को मिरी दाद मिल जाना।
नीलम व्यास

वाह किस किस दर से गुजर कर मुझ तक आते हो।
अनेक खुशबुएँ एक साथ समेटे आते हो।
नीलम व्यास

मैं हर हाल में वफ़ा ओ दुआ ही दूँगी तुम्हें।
नफरत दो,बेरुखी दो चाहें मुँह मोड़ लो मुझसे।
नीलम व्यास

बहुत से टुकड़ों में बंटा नजर आता है वजूद आपका।
किस को अपना समझूँ किसको किसी और का।
नीलम व्यास

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