जय हनुमान

♂ नीलम व्यास ♂
जय हनुमान

जय हनुमान भक्त जन हितकारी।
जन जन की पीड़ा तुमने सदातारी।
बने हम सब भी तुम से आज्ञाकारी
विनती सुन लो प्रभू कल्याणकारी।
दासी नीलम करे गुहार बलिहारी।
महामारी से रक्षा करो जी हमारी।

पवन सुत आप अंजनी महतारी।
कब टाली आपने पुकार हमारी।
अक्षुण्ण रखिए भक्ति हमारी।
राम लखन सियके आज्ञाकारी।
हृदय पटल से नीलम है पुकारी।
कलयुग में त्राता बनो हित कारी।

विकच प्रसूनो से आरती उतारी।
बूँदी के लड्डू पसन्द तुम्हारी।
गुड़ की डली से प्रसन्न हितकारी।
ओज ,तेज के पुंज तुम भारी।
मुक्त करो संकट  नीलम पुकारी।
प्रकट भयो ओ मम संकट हारी।

नीलम व्यास

Leave a comment